अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को एपल के मैक प्रो कंप्यूटर असेंबलिंग प्लांट का दौरा किया। उन्होंने कहा कि एपल को चीन से इंपोर्ट पर टैरिफ में छूट देने के प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं। एपल के सीईओ टिम कुक ने आयात शुल्क में छूट मांगी थी। अमेरिका-चीन के बीच पिछले साल मार्च से ट्रेड वॉर चल रहा है। इस दौरान ट्रम्प चीन से अमेरिका आने वाले सामान पर आयात शुल्क में काफी बढ़ोतरी कर चुके हैं और नए टैरिफ लगा चुके हैं।
एपल और सैमसंग हमारे लिए बराबर: ट्रम्प
एपल को राहत देने के मुद्दे पर ट्रम्प ने कहा- समस्या ये है कि हमारे सामने सैमसंग भी है। वह एक अच्छी कंपनी है, लेकिन एपल की कॉम्पिटीटर है। कोरिया के साथ हमारे व्यापारिक रिश्ते अच्छे हैं। इसलिए, हमें एपल और सैमसंग को बराबर तवज्जो देनी होगी।
एपल ने सितंबर में घोषणा की थी कि नए मैक प्रो कंप्यूटर ऑस्टिन के प्लांट में बनाए जाएंगे। इससे कुछ दिन पहले अमेरिकी ट्रेड रेग्युलेटर ने एपल की 15 में से 10 अर्जियों को मंजूरी देते हुए आयात शुल्क से छूट दी थी। इनमें से ज्यादातर अर्जियां एपल के कंप्यूटर पार्ट्स के चीन से होने वाले आयात को लेकर थीं। एपल ने इस महीने के शुरुआत में भी ट्रम्प प्रशासन से मांग की थी कि चीन में बनने वाली एपल वॉच, आईफोन कंपोनेंट और दूसरे कंज्यूमर प्रोडक्ट पर टैरिफ में छूट दी जाए।
ट्रम्प मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए अमेरिकी कंपनियों पर लोकल मैन्युफैक्चरिंग का दबाव बना रहे हैं। एपल ने पिछले दिनों कहा कि वह ऑस्टिन में नए कैंपस का निर्माण भी शुरू कर चुकी है। इसमें 5,000 कर्मचारियों को रोजगार मिलेगा। ये क्षमता 15,000 तक बढ़ेगी। कैंपस 2022 तक शुरू होने की उम्मीद है।